...just a thought.....
मनका उबडखाबड तरङ्ग जस्तै भरङ्गहरु
Monday, October 9, 2017
मुक्तक : परीपुरक
जीवन घाम मृत्यु साया
जीवन दर्पन मृत्यु छाँया
बद्नाम को छ र ? परीपुरक हुन् यि
जीवन आत्मा मृत्यु काया ।
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